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Holi क्या है? हम क्यों मानते है...

Holi क्या है? हम क्यों मानते है..
Suport India Blog की तरफ से होली की हार्दिक शुभकामनाये धन्यवाद...


दोस्तों हिंदुवो का होली एक बहुत बड़ा त्यौहार है , और हम इसे बड़े धूम – धाम से मनाते है , होली का पौराणिक तोर पे भी बहुत महत्व है तो आज हम इस post..  ” होली क्या है हम क्यों मनाते है “ मै होली के बारेमे देखेंगे ....


  • होली कब मनाते है... 

दोस्तों होली बसंत ऋतू मै मनाया जाने वाला त्यौहार है.. और यह त्यौहार हिन्दू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है. . और इसे फाल्गुन माह मै मनाने के कारण फाल्गुनी भी कहते है . और यह त्यौहार बसंत पंचमी  से ही शुरू हो जाता है .. जिसे बसंत की ऋतू मै हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता  है ... इस लिए इसे वसंतोत्स्व और काम महोत्सव भी कहा जाता है.. .

और ये त्यौहार इस लिए भी खास रहता है. की इस समय पर किसानो का अनाज भी काटता है . गांव – गांव मै खुशहाली रहती है , और लोगो के चेहरे पर खुशी भी रहती है . जो अपने काम के साथ – साथ होली मनाते है..

  • Holi क्या है? हम क्यों मनाते ..है
दोस्तों अब मै आपको detail  वो कहानी बताता हु .., जिस कारण होली मनाई जाती है .

दोस्तों भक्त  प्रहलाद श्री हरी विष्णु के परम् भक्त थे.. . प्रहलाद का पिता देती राज  हिरण्यकश्यप एक नास्तिक और अत्यंत निर्दयी और अत्याचारी था.. . उसके अपने पुत्र प्रहलाद से विष्णु भक्ति  छोड़ने को कहा , लेकिन प्रह्लाद ने अपनी विष्णु भक्ति  नहीं छोड़ी..

इसके बाद हिरण्यकश्यप ने अपने बेटे की भक्ति को देखते हुए उसे मरवाने का निर्णय लिया उसके साथ कई अत्याचार किये उसे कई बार मारने का प्रयत्न किया उसे पहाड़ से फेका उसे नदी मै फेका पर वो अपनी अटूट भक्ति के कारण हर बार बच जाता था ...

किन्तु उसके पिता की कोई भी कोशिश सफल नहीं हुयी . इसके बाद हिरण्ययकश्यप ने अपनी बहन होलिका को प्रह्लाद को मारने का काम सोपा हिरण्ययकश्यप की बहन को यह वरदान था. की वह आग मै कभी जल नहीं सकती . हिरण्ययकश्यप के आदेश पर होलिका प्रह्लाद को जलती हुई आग मै लेकर बैठ गई ...

परन्तु होता क्या है . जब होलिका प्रह्लाद को आग मै लेकर बैठी तो आग से होलिका जल गई , लेकिन प्रह्लाद बच गया . इसलिए दोस्तों प्रह्लाद की याद मै होली जलाई जाती है . और प्रहलाद का अर्थ आन्नद होता है . वेर व् उत्पीड़न की प्रतीक होलिका जलती है , प्रेम और उल्लास का प्रतीक प्रहलाद अक़छुणय रहता है . और इसी लये हम यह त्यौहार मनाते है ....

पर दोस्तों आपको पता है की हमे इस कहानी से क्या शिक्षा मिली हमे इस कहानी से यह शिक्षा मिलती है . की अगर कोई अपनी शक्तियों का दुरूपयोग करता है . अर्थात अपनी शक्ति का प्रयोग बुरे काम के लिए करता है तो उसकी शक्ति भी नहीं रहती और वो इंसान भी नहीं बचता . तो हमे जीवन मै अच्छे काम करना है , होलिका जैसा नहीं जिसने बिना विचारे अपने भाई के कहने और प्रहलाद को आग मै लेके बैठ गई और मर गई ऐसे काम हमे नहीं करना है ...
और दोस्तों होली का त्यौहार भारत के तो गांव – गांव और शहर – शहर मे तो मनाया ही जाता है . पर इसे सारी दुनिया मै भी कई जगह पर मनाया जाता है . और लोग इस दिन अपने सारे काम छोड़ सारी टेंशन छोड़ होली के रंग मै रंग जाते है . और पुरे हर्ष – उल्लास के साथ होली मनाते है . और कहा भी गया है की होली के दिन दिल 

मिल जाते है और दुश्मन भी गले मिल जाते है ...
अर्थात इस दिन इंसान अपना सारा बेर भी भुला देता है . अपने दुश्मन को भी Colour लगा देता है . जिससे उसकी पुनः दोस्तों भी हो जाती है . और आप भी अच्छे से इस त्यौहार को मनाये इसी के साथ ” हैप्पी होली ..

तो दोस्तों आपको यह post  ” होली क्या है हम क्यों मनाते है ” कैसी लगी pliz  हमे बताये और मे आशा करता हु, की आप किसी से बिना विवाद होली मनाएंगे और सब मे प्यार के रंग भरेंगे ..

और आप इस post से Related अपने विचार हमे Comments के माध्यम से भेज सकते है हमे आपके Comments का इंतजार रहेगा ..

      
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